مــتى
امتطـى
نهـد
الجـزارة
فارهـا
|
بدولـة
سـلطان
الـورى
مـدرك
الثـار
|
إمــام
يرانــا
وهــو
عنــا
محجــب
|
إلــى
طلعــة
منـه
ببـارقه
الشـاري
|
تعــود
بـه
الـدنيا
شـبابا
نعيمهـا
|
لهــا
زهــو
أزهــار
ويـانع
أثمـار
|
ويملؤهــا
بالعـدل
مـن
بعـد
جورهـا
|
ويكلؤهـــا
مــن
موبقــات
وأخطــار
|
وتخصــب
أقطــار
البلاد
بنـائل
لهـا
|
مـــن
نـــداه
لا
بوابـــل
أمطـــار
|
ويحنــى
علينــا
دولـة
الـدين
غضـة
|
تضـــيء
بــأنوار
وتزهــو
بــأنوار
|
لــه
مطلــع
بيــن
الحطيــم
وزمـزم
|
بــأعلام
نصــر
فــي
حــواري
أنصـار
|
فقـــار
ســليم
فــي
تبتــل
نســكه
|
وللــوحش
والأطيـار
فـي
فتكـه
قـاري
|
تحـــف
بــه
شــوقا
إليــه
كأنهــا
|
لــه
فـي
سـماء
العـز
هالـة
أقمـار
|
لقـد
عقـد
اللـه
اللـوا
والـولا
لـه
|
فقــام
مطاعــا
بيــن
نهـي
وإنـذار
|
يبشـــر
جبريـــل
بــه
كــل
عــالم
|
ويــدعوا
إلــى
آثــاره
خيـر
آثـار
|
هلموا
إلى
الداعي
إلى
الله
واحذروا
|
مقـامي
وعـوا
يا
أيها
الناس
انذاري
|
محيـــط
بعلـــم
الكائنــات
وعلــة
|
لهــا
وعليهــا
شــاهد
يـوم
إقـرار
|
ســـرى
ســـراياه
تســـير
أمامهــا
|
طلايـع
رعـب
فـي
الغشـا
والحشا
ساري
|
لـه
الخضـر
حـاج
حـاجب
وابـن
مريـم
|
وزيـــر
وميكــال
لــه
حــارس
داري
|
مليــك
عليــه
مــن
جليــل
بهــائه
|
ســرادق
مضــروب
علــى
أســد
شـاري
|
مميــت
بإحيــاء
الهــدى
كـل
بدعـة
|
وســـوط
عــذاب
قاصــم
كــل
جبــار
|
مجــل
علــى
قطــر
الضــلال
بفيلــق
|
أســود
الـوغى
أو
نـار
دوار
إعصـار
|
إذا
كـثرت
عـن
نابهـا
الحـرب
عبسـت
|
بكـــل
كمـــي
منهــم
غيــر
خــوار
|
ينــاجى
نفـوس
القـوم
مجتـذبا
لهـا
|
بأســـمر
خطـــار
وأبيـــض
بتـــار
|
يشـق
مثـار
النقـع
فـي
حومـة
الوغى
|
بماذيــة
مــن
قلبــه
غيــر
مــوار
|
علــى
جرشــع
حــامي
القصـير
مطهـم
|
يـرى
الجيـش
كـرارا
بـه
غيـر
فـرار
|